भारत में लग्जरी कार निर्माण के लिए एक अवसर हैं , मर्सिडीज-बेंज ने अपना 200,000वी गाड़ी प्रोडक्शन किया है। ऑल-इलेक्ट्रिक EQS SUV - ब्रांड के हरित भविष्य की ओर गंभीर बदलाव का संकेत।
पुणे के चाकन में कंपनी का कारखाना 1995 से अपने भारतीय परिचालन का केंद्र रहा है, जब इसने प्रतिष्ठित W124 E-Class के साथ शुरुआत की थी। अब, लगभग तीन दशक बाद, यह हाई टेक प्रॉडक्शन केंद्र के रूप में विकसित हो गया है, जो भारतीय ग्राहकों के लिए इंटरनल कंबस्शन इंजन (ICE) और बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन (BEV) दोनों को पेश करता है।
50,000 से 2 लाख तक सफर
- भारत में अपने पहले 50,000 वाहनों का उत्पादन करने में मर्सिडीज-बेंज को लगभग 20 साल लगे।
- अगले 50,000 यूनिट्स को बनाने में सिर्फ़ नौ साल लगे।
- नवीनतम 50,000? सिर्फ़ 2 साल से थोड़े ज़्यादा समय में तैयार हो गए।
यह तेज़ गति दर्शाती है कि भारत में लग्जरी वाहनों की मांग किस तरह से बढ़ रही है, और मर्सिडीज-बेंज इस मांग को पूरा करने के लिए अपने उत्पादों को बढ़ा रही है।
मेड इन इंडिया; वर्ल्ड क्लास : चाकन प्लांट
चाकन प्लांट में सिर्फ़ कारें ही असेंबल नहीं की जाती हैं - बल्कि उन्हें विश्व मानकों (वर्ल्ड क्लास स्टैण्डर्ड) के अनुसार बनाया जाता है। वास्तव में, यह 2015 में प्रीमियम मेबैक S500 का उत्पादन करने वाला जर्मनी के बाहर पहला प्लांट था। आज, यही प्लांट 11 अलग-अलग मॉडल बनाता है, जो भारत में किसी भी लग्जरी ऑटोमेकर द्वारा बनाए गए सबसे ज़्यादा मॉडल हैं।
भारत में बनाए गए मर्सिडीज-बेंज के मॉडल
- सी-क्लास
- ई-क्लास लॉन्ग व्हीलबेस
- GLA, GLC, GLE, GLS
- EQS SUV और भी बहुत कुछ
मर्सिडीज-बेंज की 200,000वीं कार इलेक्ट्रिक EQS SUV होना सिर्फ़ प्रतीकात्मक नहीं है - यह स्ट्रेटेजी है। कंपनी अपने ईवी लाइनअप में भारी निवेश कर रही है, जिसमें हाई-एंड इलेक्ट्रिक मॉडल का स्थानीय उत्पादन भारत में उन्हें अधिक सुलभ बनाने में मदद कर रहा है। उदाहरण के लिए, मेड-इन-इंडिया EQS 450 SUV, एक पैकेज में लक्जरी, स्पेस, परफॉरमेंस और इको-कॉन्शियसनेस को जोड़ती है।
मर्सिडीज-बेंज इंडिया के सीईओ संतोष अय्यर ने इस बात पर जोर दिया “हमारी उत्पादन सुविधा भारत में हमारी सफलता की कहानी की रीढ़ है... यहाँ किसी भी लक्जरी ब्रांड द्वारा सबसे अधिक निवेश के साथ, हम इस बढ़ते बाजार के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
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मर्सिडीज-बेंज के ग्लोबल बोर्ड मेंबर के जॉर्ग बर्गर ने कहा, “200,000 ‘मेड इन इंडिया’ माइलस्टोन दिखाता है कि भारत हमारी ग्लोबल प्रोडक्शन रणनीति में एक प्रमुख खिलाड़ी कैसे बन रहा है - विशेष रूप से 100% रिन्यूएबल ऊर्जा उपयोग के साथ।”
नए लॉन्च, ज़्यादा EV और बड़ा निवेश
आगे की ओर देखते हुए, मर्सिडीज़-बेंज की योजनाएँ :
- 2025 में 8 नए उत्पाद लॉन्च
- EQ तकनीक वाली नई G580 सहित ज़्यादा EV
- भारत भर में 20 नए डीलरशिप टचपॉइंट
- डीलर भागीदारों से ₹4.5 बिलियन से ज़्यादा का निवेश
- ₹75 मिलियन के निवेश के साथ स्थिरता और सड़क सुरक्षा की दिशा में एक मज़बूत कदम
मर्सिडीज़-बेंज सिर्फ़ कारें नहीं बेच रही है — यह भारत में लग्जरी मोबिलिटी के भविष्य को आकार दे रही है। डीज़ल इंजन से लेकर इलेक्ट्रिक सपनों तक, ब्रैंड की 200,000वीं कार की उपलब्धि दर्शाती है कि भारत अब सिर्फ़ एक बाज़ार नहीं है, बल्कि एक मैन्युफैक्चरिंग केंद्र है।


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